डॉ अर्चिता महाजन न्यूट्रिशन डाइटिशियन एवं चाइल्ड केयर होम्योपैथिक फार्मासिस्ट और ट्रेंड योगा टीचर नॉमिनेटेड फॉर पद्म भूषण राष्ट्रीय पुरस्कार और पंजाब सरकार द्वारा सम्मानित ने बताया कि यूरिन लीकेज या मूत्र रिसाव की ये समस्या तब होती है, जब ब्लैडर पर आपका कंट्रोल नहीं रह पाता है।
कई बार टॉयलेट पहुंचने से पहले ही यूरिन लीक होने लगता है, तो कई बार तनाव में होने से भी ब्लैडर पर प्रेशर पड़ता है, जिससे पेशाब लीक होता है। तब और परेशानी बढ़ जाती है, जब आपको खांसी, छींक बार-बार आती है।
पेल्विक फ्लोर मसल्स में कमजोरी आने से पेशाब लीकेज की समस्या सबसे ज्यादा बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं में देखी जाती है. आजकल कम उम्र के लोगों में भी देखी जा रही है. इसके अलावा, डायबिटीज या न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर की वजह से भी ब्लैडर संबंधी समस्याएं हो सकती हैं. इस तरह की परेशानी होने पर लोगों को जल्दी-जल्दी बाथरूम जाने की जरूरत महसूस होती हैशौचालय पर लगातार या बार-बार दबाव डालने ( कब्ज से संबंधित ) से पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियां कमजोर हो सकती हैं और/या योनि (महिलाओं के लिए) या गुदा (गुदा से बाहर निकलने वाली मलाशय की परत) में अंगों का फैलाव हो सकता है।प्रोटीन मासपेशियों की निर्माण और मरम्मत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
इसलिए, आप अंडे, दूध उत्पाद, मीट, मछली, दाल, तोफू, पनीर आदि जैसे प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन कर सकते हैं।फल और सब्जियाँ अच्छी मात्रा में विटामिन, मिनरल्स, और एंटीऑक्सिडेंट्स प्रदान करते हैं, जो मासपेशियों के लिए फायदेमंद होते हैं।
केला, अंगूर, अखरोट, बैगन, गाजर, पालक, टमाटर, गोभी, आदि विभिन्न प्रकार की फल और सब्जियाँ आपके शारीर को ऊर्जा प्रदान कर सकती हैं।आप अच्छी मात्रा में नट्स, सीड्स, और अवोकाडो जैसे स्रोतों से हेल्दी फैट्स ले सकते हैं। ये हेल्दी फैट्स मासपेशियों को ठोस रखने में मदद करते हैं और उन्हें जल्दी थकने से रोकते है।
हेल्दी कार्बोहाइड्रेट्स: हेल्दी कार्बोहाइड्रेट्स भी मासपेशियों के लिए महत्वपूर्ण हैं। आप पूरे अनाज, दालें, धनिया, आलू, मक्खन, और अन्य अनाजी पदार्थों का सेवन कर सकते है।पानी की पर्याप्त मात्रा में पीना भी मासपेशियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
यह हमारे शारीर को हाइड्रेटेड रखता अगर आपकी मांसपेशियां कमज़ोर है तो आपके शरीर में कैल्शियम की कमी है। और कैल्शियम से भरपूर चीजों का सेवन करना चाहिए जैसे :खजूर, छुआरे, चने, मूंगफली आदि। इसके साथ आप अश्वगंधा चूर्ण भी ले सकते है